खुश रहने का राज
Secret of happiness Hindi story
बहुत पुरानी बात है। एक गाँव में एक महात्मा थे। उनका नाम स्वामी रामानंद था। वो एक अच्छे इंसान होने के साथ- साथ बहुत विद्वान् भी थे।
गाँव के लोग उनके पास अपनी समस्यायें लेकर आते थे। स्वामी जी उनकी मदद करते थे और उनकी समस्याओं का कोई ना कोई समाधान जरुर निकालते थे।
एक दिन गाँव का एक साहूकार उनके सामने अपनी समस्या लेकर आया।
उसने स्वामीजी से पूछा- स्वामी जी मैं हमेशा खुश रहने का राज़ जानना चाहता हूँ।
महात्मा जी ने साहूकार से कहा- तुम मेरे साथ जंगल में चलो. तुम्हें खुश रहने का राज़ वहीं मिल जायेगा।
साहूकार तुरंत उनके साथ जाने के लिए राज़ी हो गया। साहूकार और महात्मा दोनों जंगल की तरफ चल पड़े। थोड़ा आगे बढ़े तो महात्माजी ने एक बड़ा सा पत्थर उठाया और साहूकार को बोले- इसे हाथ में पकड़ो, और चलो।
साहूकार ने पठार हाथ में पकड़ा और महात्माजी के साथ चल पड़ा। कुछ समय बाद साहूकार के हाथ में दर्द होने लगा मगर उसने महात्मा जी से कुछ नहीं कहा चुपचाप चलता रहा।
पत्थर में ज्यादा वजन नहीं था, मगर चलते हुए काफी वक्त हो गया था, इसलिए उससे दर्द सहा नहीं गया इसलिए उसने यह बात महात्मा जी को बता दी।
महात्मा जी ने साहूकार से कहा- यदि दर्द हो रहा है तो तुम एक काम करो पत्थर को नीचे रख दो। पत्थर को नीचे रखने पर साहूकार को बहुत रहत महसूस हुई। तब महात्मा जी ने कहा- भाई यही है खुश रहने का राज़।
तब साहूकार ने कहा- स्वामी जी मैं कुछ समझा नहीं।
तब महात्माजी बोले- जिस तरह तुम्हे ये पत्थर लेकर थोड़ा सा चलने में परेशानी महसूस हुई तुम इसका बोझ सह नहीं पाये। उसी तरह दुखों का बोझ लेकर ज्यादा देर चलने से हम दुखी हो जाते हैं और पिछली बातों को पकड़कर सारी जिन्दगी हम उनका बोझ उठाकर चलते रहते हैं। यह हमारे ऊपर है की हम कब तक ये बोझ लेकर चलना चाहते हैं।
अगर हमें खुश रहना है तो इस पत्थर की तरह हमें पिछली बातों और दुखों को छोड़ना होगा। यही हमेशा खुश रहने का राज़ है।
अब साहूकार को अच्छी तरह समझ आ गया कि खुश रहने का राज़ क्या है।
खुश रहने के लिए हमें इस कहानी से शिक्षा लेने की आवश्यकता है।
Friends अगर आपको ये Post “खुश रहने का राज Secret of happiness Hindi story ” पसंद आई हो तो आप इसे Share कर सकते हैं.
कृपया Comment के माध्यम से हमें बताएं आपको ये पोस्ट “खुश रहने का राज Secret of happiness Hindi story” कैसी लगी।
FOR VISIT MY YOUTUBE CHANNEL
CLICK HERE
ये भी जरुर पढ़ें:–
डाकू को मिली सीख Hindi story on Guru Naanak dev
Nice article priyanka… doing good things… To forget the bad experiance is only the secrete of happiness.
Thank you.