Best Hindi Poetry on Paper
कागज़ का कमाल
कागज़ का कमाल
बता देती हूँ मैं आज
कभी ये पत्र बनकर
ले आता है, दो इंसानों को पास
तो कभी ये शादी का कार्ड बनकर
बना देता है किसी रिश्ते को खास
कभी बारिशों में
ये कश्ती बन जाता है
तो कभी हवा में
एरोप्लेन बनकर उड़ जाता है
बच्चों के चेहरों पर मुस्कराहट की
एक वजह बन जाता है
चित्रकार के हाथों में जाते ही
छोटे से रूप में
सारा संसार दिखा देता है
कागज़ अपने हर रूप में
एक नई बात बता देता है
जहाँ भी जाता है ये
कर देता है कुछ करामात
लेखक के हाथ में पड़ते ही
बन जाता है उसकी आवाज़
आगे चलकर जरा संभलकर
करना इसका इस्तेमाल
इसे सिर्फ सच पता है
ये खोल देगा सारे राज़
We are grateful to ANKITA SHARMA for sharing this beautiful poetry.
प्रियंका पाठक
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भाई वाह! कमाल कर दिया आपकी इस कविता ने.
Thank you sir…
Lovely thought
Thanks…
In one words it awesome