Competition kisse aur kyon karna chahiye
Hindi Article on competition
आज के इस दौर में जहाँ लोग भागते ही जा रहे हैं, और इतनी तेज़ भाग रहे हैं कि उन्हें खुद नहीं पता कि वो कहाँ जा रहे हैं, बस आगे निकलने की Race में भागते जा रहे हैं। उनके पास Family तो छोड़िये, खुद के लिए भी Time नहीं है।
ये एक आम बात हो गयी है। “बहुत Competition है आजकल”। जाने अनजाने हमारे बच्चों के दिमाग में भी ये बैठता जा रहा है कि सिर्फ आगे निकलना ही Important है।
क्या है ये Competition ? क्यों इस Competition की वजह से लाखों लोग Success हो जाते हैं और लाखों लोग Depress हो जाते हैं।
ये शब्द और भी चुभता है जब इस Competition में लोग हार कर टूट जाते हैं, बिखर जाते हैं।
हमें समझना चाहिए, कि किसी भी Competition में Success का मतलब ये नहीं होता कि हमने किसी को हराया है। इस Success का मतलब होता है कि हमने पूरी ईमानदारी से उसमें मेहनत की। और उस कार्य को करने की क्षमता हमारे अन्दर थी।
हारने का मतलब है कि या तो हमारे Effort में कमी थी, या उस कार्य को करने की हमारी क्षमता ही नहीं थी। हर इन्सान की कार्य करने की क्षमता एक जैसी नहीं होती, इसलिए हार की एक वजह ये भी हो सकती है।
“कभी भी हारने के बाद अपनी गलतियों को दूसरों पर नहीं डालना चाहिए. अपनी हार की जिम्मेदारी हमें स्वयं लेनी चाहिए”।
Competition हमें हमेशा अपने आप से करते रहना चाहिए। अपनी Quality को पहचान कर उसे बढ़ाना चाहिए।अपने ऊपर काम करते रहना चाहिए।
जितना Time दूसरों को समझाने में बर्बाद करते हैं, उतना Time खुद को सुधारने में लगाना चाहिए। आपके आस-पास के लोग आपको देखकर खुद व खुद सीखेंगे।
“जब आप अपने ऊपर ध्यान देंगे, तब लोग आपके ऊपर ध्यान देंगे”।
जैसे एक ही क्लास में किसी बच्चे के 90% Marks आते हैं और एक बच्चे के 60% marks आते हैं। अगर 60% वाला बच्चा 90% वाले बच्चे से Competition करेगा। तो उसके लिए मुश्किल होगा। और अगर मेहनत करने के बाद सिर्फ 80% आये तो वह फिर भी दुखी रहेगा, जबकि उसके लिए ये भी एक Success है, पर वो समझ नहीं पायेगा।
इससे ज्यादा बेहतर कि वह खुद से Competition करे और बिना किसी Tension के और बिना किसी Competition के वो आगे बढ़े।
हमें अपनी Life में भी यही करना है। हमें खुद को Improve करते जाना है। धीरे-धीरे एक दिन ऐसा आएगा आपको पता ही नहीं चलेगा कि कब आप सबसे आगे निकल गए। पूरा Focus दूसरों पर से हटा कर अपने आप पर कर देना है।
आज आपके पास Cycle है कल Bike होगी और परसों Car होगी। पर ये Competition खुद से होना चाहिए। पड़ोसी की Car देखकर EMI पर Car नहीं आनी चाहिए।
हमें सबकी Progress देखकर खुश होना चाहिए और खुद भी Progress करते रहना चाहिए। अगर आप खुद अपने आप से Competition करेंगे, तो ना तो आप हारने पर Depress होंगे और ना जीतने पर Proud Feel करेंगे। बस आपका आत्मविश्वास बढ़ता जायेगा।
तो Friends आज से आपका Competition अपने आप से है। आपको हर काम पहले से Better करना है और Better करते-करते आप Best बन जायेंगे।
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Bahaut accha post hai priyanka g apse bus hamlogon ka dil se darkhwast hai ki aap isi tarah post karte rahe dhanywaad
Thank you for appreciate me.
बस सोचने का तरीका बदलो ।। अच्छा आर्टिकल है , प्रेरित करने वाला।
Very Nice Post.Keep it up.