डॉक्टर फ्रेडरिक की खोज़
Motivational Hindi Story
डॉक्टर फ्रेडरिक बैंटिंग का 14 November 1891 कनाडा में हुआ। वो एक Canadian medical scientist थे। बात उन दिनों की है। जब वो नई- नई खोजों में लगे रहते थे। डॉक्टर फ्रेडरिक बैंटिंग कनाडा के फार्म हाउस में रहते थे। उनकी एक दोस्त थी, जिसका नाम जैनी था। जैनी उनकी सबसे अच्छी दोस्त थी।
धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। फ्रेडरिक बहुत मेहनत करते थे। हमेशा नई- नई खोज़ों में लगे रहते थे। यह देखकर जैनी हमेशा उनसे कहती रहती थीं। मेरा मन कहता है कि एक दिन तुम बहुत बड़ी खोज़ करोगे जिसकी वजह से सारी दुनिया तुम्हे याद करेगी।
तब फ्रेडरिक जैनी से बोले- “मैं आविष्कार करना चाहता हूँ…. जब तक तुम मेरे साथ हो… तब तक मुझे असफलता से भी डर नहीं लगता। मैं कोशिश करता रहूँगा।”
जैनी बोली मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगी।अगर मर भी गई तब भी तुम्हारा साथ नहीं छोडूंगी। धीरे- धीरे फ्रेडरिक व्यस्त होते चले। जैनी से मिलने का भी समय नहीं रहता। काफी दिन हो गये वो जैनी से नहीं मिले थे उन्हें कुछ बेचैनी सी महसूस हुई।
वो जैनी के घर गये, वहाँ जाकर उन्हें पता चला कि जैनी की मृत्यु हो गई, जिसका कारण था मधुमेह।
जैनी की मौत का फ्रेडरिक को बहुत बड़ा सदमा पहुंचा. वक्त ने उनके घाव भर दिये और फ्रेडरिक जैनी की मौत के सदमे से बाहर आये।
लेकिन, अब उन्होंने संकल्प कर लिया था कि जिस बीमारी की वजह से जैनी की इतनी कम उम्र में मृत्यु हो गयी, वो उस बीमारी का इलाज़ खोजकर ही रहेंगे. इसके बाद फ्रेडरिक रात-दिन उसी खोज़ में लग गए।
एक दिन ऐसा आया उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने मधुमेह के इलाज़ के लिए इन्सुलिन की खोज़ कर ली।
आज लाखों मधुमेह के रोगियों का इस इन्सुलिन से इलाज़ हो पा रहा है। इस इन्सुलिन की वजह सिर्फ इसलिए जिन्दा रह पा रहे हैं क्योंकि फ्रेडरिक ने जैनी के प्रेम को जिन्दा रखने के लिए इस इन्सुलिन की खोज़ की थी।
FOR VISIT MY YOU TUBE CHANNEL
CLICK HERE
thanks for sharing such a motivational story insulin ki khoj or love dono ko achhe se samjhaya gaya h isme kuch naya janne ko mila jiske liye thankS