माँ की सीख हिन्दी कहानी
Motivational Hindi story on help
एक बार की बात है, एक लड़का था। वह बहुत गरीब था। वह अपनी पढ़ाई का खर्च जुटाने के लिए घर-घर जाकर सामान बेचता था। एक दिन उसके पास खाने के लिए कुछ नहीं था। वह भूख से व्याकुल हो रहा था। इसतरह वह एक घर में खाना माँगने पहुँच गया।
घर का दरवाजा एक लड़की ने खोला-लड़का उस लड़की को देखकर संकोच में आ गया, उसने सिर्फ एक ग्लास पानी माँगा।
लड़की बहुत समझदार थी वह देखकर ही समझ गई, यह लड़का जरूर बहुत भूखा है. उसने उसे एक ग्लास दूध दे दिया।
लड़के ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए दूध पी लिया और पूछा-
इसके बदले में मैं आपको कितने पैसे दे दूँ ?
लड़की ने कहा- आपको कोई पैसे नहीं देने होंगे। यह तो मेरा कर्तव्य है।
मेरी माँ ने मुझे सिखाया है कि जब भी किसी की मदद करो बदले में पैसे नहीं लेना चाहिये।
लडके ने उसे धन्यवाद कहा और वहाँ से चला गया।
उस दिन उसे विश्वास हो गया कि इस दुनिया में अभी भी मानवता बाकी है।
जब वह लड़की बड़ी हुई, तोउसे एक बहुत ही गंभीर बीमारी हो गई। गाँव के डॉक्टरों के लिए उसका इलाज़ कर पाना संभव नहीं था। इसलिए विशेषज्ञ डॉक्टर को बुलाया गया और लड़की की सारी रिपोर्ट उस डॉक्टर के पास भेजी गई.उस रिपोर्ट में मरीज़ का नाम और पता भी था।
विशेषज्ञ डॉक्टर ने जैसे ही मरीज़ का विवरण देखा। वह लड़की के इलाज़ के लिए तुरंत पहुँच गया। उसने उस लड़की इलाज़ शुरू कर दिया। सही इलाज़ और देखभाल से वह जल्दी ही स्वस्थ हो गई।
लड़की के इलाज़ का बिल काफी ज्यादा था। मगर डॉक्टर ने कृतज्ञता के साथ उस बिल के नीचे लिख दिया-
“इस बिल का भुगतान आप पहले ही कर चुके हैं”
नीचे डॉक्टर के हस्ताक्षर थे।
पूछे जाने पर डॉक्टर ने बताया कि मैं वही लड़का हूँ, जिसे आपने एक ग्लास दूध देकर भूख मिटाने में मदद की थी।
तब उस लड़की ने सोचा कि मेरी माँ सही कहा करती थी. नेकी कभी बेकार नहीं जाती।
इस कहानी से शिक्षा मिलती है जब कभी कोई संकट में हो और हम उसकी मदद करने लायक हों, तो हमें उसकी मदद अवश्य करनी चाहिए।
पता नहीं किस रूप में हमारी नेकी वापस आये।
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Hi Mama
Bahut acchi kahaani Haan
Motivation wali magar aaj Kal Kai baar aisa ho jata Haan key samjh nahi at kiski madad kar ya nahi darr lagta Haan koi
धीरज जी Help कभी भी सोच कर नहीं की जाती. अगर हम किसी की Help करने लायक हैं, उस मदद से हमें कोई नुकसान भी नहीं, तो हमें जरुर करनी चाहिए.भगवान् को शुक्रिया करना चाहिए कि हमें इस लायक बनाया.
लेकिन ये भी याद रखना चाहिए कि सामने वाले को वाकई मदद की जरुरत है कि नहीं.
hindi mein accha likhte hai
धन्यवाद
धन्यवाद…
प्रियंका जी बहुत अच्छी बात कही है आपने “नेकी कभी बेकार नहीं जाती.”
सच्ची कहानी ही लगती है. जिंदगी में कभी-कभी ऐसी ही सच्ची घटनाओं से सामना हो जाता है.
धन्यवाद सर…