ग़रीबी से मरना उतना बुरा नहीं है हिंदी कविता । heart touching Sad Hindi Poem ग़रीबी से मरना उतना बुरा नहीं है जितना किसी का जीते जी मर जाना किसी का क़त्ल कर देना … [Read more...]
February 25, 2021 By Leave a Comment
ग़रीबी से मरना उतना बुरा नहीं है हिंदी कविता । heart touching Sad Hindi Poem
January 28, 2021 By Leave a Comment
न जाने क्यूँ….कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem
न जाने क्यूँ....कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है । Sad Hindi Poem न जाने क्यूँ.... कभी कभी अपनी परछाइयों से भी डर लगता है जब ये अपनी बड़ी- बड़ी आँखों से मुझे घूरती … [Read more...]
March 10, 2017 By 5 Comments
कब ख़ामोशी जुबाँ बन गई हिंदी शायरी Best Hindi shayari
कब ख़ामोशी जुबाँ बन गई हिंदी शायरी Best Hindi shayari कब ख़ामोशी, जुबां बन गई मैं क्या थी, आज क्या बन गई चलते चलते, मैं खुद रास्ता बन गई जागते- जागते, रात सुबह बन गई बैठे … [Read more...]