कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है Emotional Hindi Poetry shadow कभी कभी अपनी परछाई से भी डर लगता है मौत से भी ज्यादा जिन्दगी से डर लगता है सफर में आगे बढ़ तो रहे हैं हम तन्हाई से भी … [Read more...]
November 8, 2016 By 7 Comments
क्या सबब है कुछ फीका फीका सा है समां
क्या सबब है कुछ फीका फीका सा है समां Emotional Hindi Poetry क्या सबब है कुछ फीका-फीका सा है समां क्या वजह है कि कुछ रुका रुका सा है ये जहाँ ख्वावों में भी शायद तन्हाई है … [Read more...]