तेरा घर ना मेरा ठिकाना
The most inspirational Hindi Poetry on woman
मै हूँ एक चिड़िया सी बाबा
तेरा घर ना मेरा ढिकाना
चुग के अपने हिस्से का दाना
एक दिन मुझे दूजे घर जाना
फ़िर क्यों ना मुझे तू जीने देता
अपने पंख फेलाने देता
तेरा सहारा बन जाऊँगी
हर मुश्किल को सह जाउंगी
फ़िर क्यों ना मूझे एक सागर देता
तेरी कश्ती बन जाऊँगी
पार ख़ुशी से कर जाऊँगी
बस मुझसे तू इतना कह दे
तू बस मेरे साथ है हर दम
पत्थर गरआये रस्ते में
उस पत्थर से लड़ जाऊँगी
बस मुझे तू एक आसमान दे
अपने पंख फ़ैलाने को
ग़मों की आंच न आने दूँगी
मैं खुद पहले जल जाउंगी
तेरी राह का हर एक पत्थर
बन के लाठी हटाऊँगी
तेरे कदम से कदम मिलाकर
पार मैं नैया कर जाउंगी
क्यूँ तू मुझको बोझ समझता
बोझ ये दूजे के सर ढोता
मुझको तू एक बात बता दे
क्यूँ मुझको दूजे घर जाना
क्यूँ ये घर ना मेरा ठिकाना
जिसने है ये नियम बनाया
मुझको बस उससे लड़ जाना
मेरे सपने मेरे अपने
क्यूँ इनको मैं छोड़ के जाऊं
मैं हूँ एक चिड़िया सी बाबा
तेरा घर ही मेरा ठिकाना
मैं हूँ एक चिड़िया सी……
Neetu Yadav
Profession -Advocate
Jaipur city
Profession -advocate
Email Id:-neetuyadavanny@gmail.com
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Wah kya baat hai. Mujhe apne high school ke din yaad aa rhe
Kaas har koi ise padhte or jesaa aapne likhaa use samjhte
Thank u please share